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इस पेड़ की लकड़ी होती है सबसे महंगी, खेती करके कमा सकते है मोटा मुनाफा

गम्हार (Gamhar) का पेड़ किसानों के लिए एक लाभकारी व्यवसाय साबित हो सकता है। इसकी लकड़ी की उच्च गुणवत्ता और विविध उपयोग इसे एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं। यहाँ गम्हार पेड़ की खेती और इसके व्यवसायिक पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है:

गम्हार पेड़ की विशेषताएँ

  1. वृद्धि और आकार:
    • गम्हार का पेड़ 10-12 साल में 30 मीटर तक लंबा हो सकता है यदि सिंचाई की उचित सुविधा हो।
    • अगर मिट्टी कम उपजाऊ और पानी की कमी हो, तो यह पेड़ 25 साल तक भी बड़ा हो सकता है।
  2. उपयोग:
    • फर्नीचर: इसकी लकड़ी फर्नीचर बनाने के लिए आदर्श होती है।
    • कागज उद्योग: गम्हार की लकड़ी कागज बनाने में प्रयोग की जाती है।
    • प्लाईवुड और बोर्ड: इसके बोर्ड और प्लाईवुड का उपयोग भी विभिन्न निर्माण कार्यों में होता है।
    • दरवाजे और पैनलिंग: इसका उपयोग दरवाजे और पैनलिंग में भी किया जाता है।
    • पेंसिल: पेंसिल बनाने के लिए भी इसका उपयोग होता है।
  3. औषधीय गुण:
    • गम्हार की पत्तियाँ, जड़, छाल, और फूल आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्रयोग होते हैं।
    • इसकी पत्तियों का रस कई घरेलू उपचारों में उपयोगी होता है।
    • बीजों का तेल कफ और पित्त को नियंत्रित करने में सहायक होता है।

गम्हार की खेती के लाभ

  1. आर्थिक लाभ:
    • गम्हार की लकड़ी की कीमत चंदन से भी अधिक हो सकती है।
    • एक एकड़ में उचित दूरी पर 500 पेड़ लगाए जा सकते हैं।
    • 20 साल में इन पेड़ों से 1 करोड़ रुपए तक की कमाई हो सकती है।
    • एक मीटर से अधिक चौड़ाई वाले गम्हार के लट्ठे की कीमत लगभग 18-20 हजार रुपए प्रति घन मीटर होती है।
  2. उगाने का क्षेत्र:
    • गम्हार की खेती भारत के झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में की जाती है।
    • यह पेड़ समुद्र स्तर से 1500 मीटर की ऊंचाई तक आसानी से उगाया जा सकता है।
  3. अन्य फसलों के साथ संयोजन:
    • गम्हार पेड़ों के बीच में अन्य फसलों की खेती की जा सकती है, जिससे भूमि का अधिकतम उपयोग हो सकता है।

भविष्य की संभावनाएँ

गम्हार पेड़ की खेती भविष्य में और भी अधिक लाभकारी साबित हो सकती है, क्योंकि:

  • इसकी लकड़ी की मांग बढ़ रही है।
  • इसका औषधीय उपयोग भी किसानों के लिए अतिरिक्त लाभ का स्रोत हो सकता है।
  • इस पेड़ की खेती एक स्थायी और दीर्घकालिक निवेश के रूप में देखी जा सकती है।

इस प्रकार, गम्हार की खेती किसानों के लिए एक लाभकारी और स्थिर आय का स्रोत हो सकती है, विशेषकर जब इसे व्यवस्थित तरीके से किया जाए और सही प्रकार की देखभाल की जाए।

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