खेतों में कब डालनी चाहिए नैनो डीएपी-यूरिया, पौधों की जड़े होगी मजबूत
इफको (इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड) के एमडी डॉ. यूएस अवस्थी ने हाल ही में नैनो फर्टिलाइजर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया प्लस सामान्य यूरिया के मुकाबले क्यों बेहतर है और इसके उपयोग से किस प्रकार के लाभ प्राप्त हो सकते हैं। यहां इस बारे में प्रमुख बिंदुओं की जानकारी दी जा रही है:
नैनो यूरिया और डीएपी की विशेषताएँ:
1. संपूर्ण पोषक तत्वों की उपलब्धता:
– नैनो यूरिया प्लस में केवल नाइट्रोजन ही नहीं, बल्कि सल्फर, मैग्नीशियम, बोरॉन, मैंगनीज़ और एमिनो एसिड भी शामिल हैं।
– इसकी एफिशिएंसी सामान्य यूरिया-डीएपी की तुलना में 95% ज्यादा है।
2. फसलों के लिए फायदेमंद:
– नैनो डीएपी और यूरिया के उपयोग से पौधों की जड़ें गहराई तक जाती हैं, जिससे पौधे तेज बारिश या हवा के कारण नहीं गिरते और नुकसान कम होता है।
– इससे फसलों का दाना मोटा होता है, जिससे उत्पादन बढ़ता है और किसानों को अधिक लाभ मिलता है।
3. सहायक सुविधाएं:
– इफको जल्द ही एक कॉल सेंटर शुरू करेगा जो विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में किसानों के सवालों का जवाब देगा, जिसमें भोजपुरी भी शामिल है।
नैनो फर्टिलाइजर की उत्पादन और रिसर्च स्थिति:
1. उत्पादन क्षमता और लागत:
– इफको के पास सालाना 17 करोड़ बोतल नैनो यूरिया और 6 करोड़ बोतल डीएपी बनाने की क्षमता है।
– इस उत्पादन क्षमता का केवल 15% ही उपयोग हो पा रहा है। इफको ने इसे बढ़ाने की कोशिशें की हैं और ड्रोन से नैनो फर्टिलाइजर के उपयोग को बढ़ावा देने पर काम कर रहा है।
2. ट्रांसफर और रिसर्च:
– नैनो फर्टिलाइजर की टेक्नोलॉजी को राष्ट्रीय केमिकल एंड फर्टिलाइजर लिमिटेड (RCF), नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड (NFL), और गुजरात के एक प्राइवेट प्लेयर को ट्रांसफर किया गया है।
– नैनो फर्टिलाइजर के बेसल डोज पर रिसर्च जारी है और इसके ड्रिप सिस्टम के लिए रिकमेंडेशन अभी नहीं की गई है।
3. अंतरराष्ट्रीय मान्यता और निर्यात:
– नैनो यूरिया का निर्यात अमेरिका, ब्राजील, नेपाल, जाम्बिया और अन्य देशों में किया गया है। अमेरिका को 500 एमएल वाली 8400 बोतलें और जाम्बिया को 5000 बोतलें भेजी गई हैं।
– नीदरलैंड सहित 25 देशों में इसका मान्यता प्राप्त है।
उपयोग और भविष्य की योजनाएं
– ड्रोन का उपयोग: नैनो फर्टिलाइजर का ड्रोन से छिड़काव 2.4 लाख एकड़ में किया गया है, और लक्ष्य को 1 करोड़ एकड़ तक रिवाइज किया गया है।
– माइक्रो न्यूट्रिएंट्स: जल्द ही माइक्रो न्यूट्रिएंट्स भी नैनो फॉर्म में उपलब्ध होंगे।
इस जानकारी से स्पष्ट होता है कि नैनो फर्टिलाइजर, विशेषकर नैनो यूरिया और डीएपी, किसानों के लिए एक प्रभावशाली विकल्प साबित हो सकता है। यह न केवल फसलों की गुणवत्ता में सुधार करता है, बल्कि उत्पादन बढ़ाने में भी मदद करता है।