आज से पहले नहीं देखा गेहूं में इतना उछाल, जानें क्या है आज के रेट
भारत में अधिकांश लोग अपने भोजन में गेहूं के आटे की रोटी का सेवन करते हैं, लेकिन गेहूं की बढ़ती कीमतें चिंताजनक हैं। इस वर्ष गेहूं की पैदावार अच्छी रही है, फिर भी इसके दाम में तेजी देखी जा रही है।
गेहूं की कीमतें
– अधिकतम दाम: 55 रुपये प्रति किलो
– औसत दाम 32 रुपये प्रति किलो
– न्यूनतम दाम: 23 रुपये प्रति किलो
केंद्र सरकार की गेहूं खरीद पिछले तीन वर्षों में लक्ष्य पूरा नहीं कर पा रही है, जिससे बाजार में गेहूं की कमी हो सकती है।
मंडियों में गेहूं के दाम
– राजस्थान: न्यूनतम 2730 रुपये, अधिकतम 2989 रुपये प्रति क्विंटल
– उत्तर प्रदेश: न्यूनतम 2545 रुपये, अधिकतम 2851 रुपये प्रति क्विंटल
– मध्य प्रदेश: न्यूनतम 2738 रुपये, अधिकतम 3050 रुपये प्रति क्विंटल
– हरियाणा: न्यूनतम 2767 रुपये, अधिकतम 3231 रुपये प्रति क्विंटल
थोक और खुदरा दाम
इस वर्ष किसानों को मंडी में गेहूं का थोक दाम औसतन 2618 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहा है।
आवक की स्थिति
इस वर्ष की शुरुआत से गेहूं की आवक पिछले वर्ष की तुलना में 13% कम है। अगस्त में कुल 4,78,658 टन गेहूं बिका, जबकि पिछले वर्ष यही आंकड़ा 5,51,728 टन था।
राज्यों में आवक
– उत्तर प्रदेश: 2,78,144 टन (9% अधिक)
– मध्य प्रदेश: 1,65,347 टन (26% कम)
– राजस्थान: 12,870 टन (57% कम)
– महाराष्ट्र: 5289 टन (72% कम)
आटे की कीमतें
गेहूं के आटे का दाम भी बढ़ा है:
– अधिकतम: 65 रुपये प्रति किलो
– औसत: 35.78 रुपये प्रति किलो
– न्यूनतम: 28 रुपये प्रति किलो
गेहूं और आटे के दामों में तेजी के पीछे कई कारण हैं, जैसे कि मंडियों में कम आवक और बढ़ती मांग। अगर सरकारी खरीद में सुधार नहीं हुआ, तो त्योहारों के समय गेहूं की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है।