नामधारी समुदाय ने की स. मनमोहन सिंह को भारत रत्न देने की मांग
Namdhari community said. Demand to give Bharat Ratna to Manmohan Singh
सिरसा
नामधारी सिखों ने सिख संप्रदाय होने के नाते, राष्ट्र उभारक, सिख पूर्व प्रधानमंत्री स. मनमोहन सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने हेतु भारत सरकार से आग्रह किया। नामधारी समुदाय से रणबीर सिंह ने कहा कि स. मनमोहन सिंह पहले अमृतधारी-केशधारी सिख होंगे, जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।
रणबीर सिंह ने बताया कि सतगुरु राम सिंह की कृपा से, वर्तमान गुरु ठाकुर दलीप सिंह के आदेशानुसार इस संदर्भ में, नामधारी समुदाय ने सरकार के मंत्रियों को कई पत्र भी लिखे हैं। स. मनमोहन सिंह की राष्ट्र के प्रति सेवाओं को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार द्वारा उन्हें 1987 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था तथा 2010 में सऊदी अरब द्वारा ऑर्डर ऑफ किंग अब्दुलाजिज और 2014 में जापान द्वारा ऑर्डर ऑफ द पोलोवनिया फ्लावर्स पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया था।
उन्होंने बताया कि स. मनमोहन सिंह ने राष्ट्र निर्माण के अनेक महान कार्य किए हैं, जिस कारण वह भारत रत्न के योग्य हैं। जैसे 1991 में, वित्त मंत्री बन कर भारत को अति गंभीर, दिवालिया हो रही अर्थव्यवस्था से उभारने का वास्तविक श्रेय स. मनमोहन सिंह को ही जाता है। एमएसपीआई की वेबसाइट के अनुसार उन के कार्यकाल दौरान 2006-07 में स्वतंत्र भारत की सर्वोच्च विकास दर 10.08 प्रतिशत रही थी।
इस के अतिरिक्त, उन की सरकार ने भारत-अमेरिका के बीच परमाणु संधि को संपन्न कर एक महान कार्य किया। उन्होंने ही अत्यंत उपयोगी क्रांतिकारी आधार कार्ड योजना आरंभ की। भ्रष्टाचार से निपटने और पारदर्शिता लाने हेतु उन्होंने आरटीआई अधिनियम, 2005 लागू किया, जो भारत के इतिहास में सबसे प्रभावी अधिनियमों में से एक है।
डा. मनमोहन सिंह ने, भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के बीच संबंधों को घनिष्ठ करने के लिए आईबीएसए (इंडिया, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, डायलॉग फोरम) संवाद.मंच की स्थापना करवाई। 2005 में मनरेगा अधिनियम पारित किया गया, जिस के द्वारा निर्धन परिवारों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित की गई।
इसी प्रकारए भारत की सुरक्षा विरुद्ध किए गए अपराधों से निपटने हेतु 2008 में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की स्थापना की। भारतीय उप महाद्वीप को ईरान के गैस संसाधनों से जोडऩे हेतु 2009 में शांति पाइपलाइन परियोजना को आरंभ किया।
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने हेतु 2013 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की शुरुआत की। इन योजनाओं ने भारत की आंतरिक नीतियों को सुदृढ़ किया अथवा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की स्थिति को शक्तिशाली बनाया। इस अवसर पर लखविंदर सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने विपक्षी दलों के प्रधानमंत्री होने के बावजूद भी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न प्रदान कर यह प्रत्यक्ष कर दिया है कि भाजपा राजनीति से ऊपर उठ कर भारत की महान शख्सियतों का सम्मान करती है।
उसी प्रकार से ही स. मनमोहन सिंह को भी भाजपा द्वारा भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के सभी सदस्य व अधिकारी सिख गुरू के श्रद्धालु हैं। राष्ट्र उभारक, सिख प्रधान मंत्री होने के नाते भी यदि भाजपा सरकार स. मनमोहन सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करेगी तो उससे भाजपा का सिख पंथ के प्रति श्रद्धा और प्रेम प्रत्यक्ष प्रकट होगा।
रतनदीप सिंह ने भारत सरकार से पुन: विनती करते हुए कहा कि वृद्ध होने के कारण स. मनमोहन सिंह का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता। इसलिए नामधारी समुदाय की विनती स्वीकार करते हुए स. मनमोहन सिंह को उन के जीवन काल में ही भारत रत्न देकर सम्मानित किया जाए।