Bima Sakhi Yojana 9 दिसंबर को PM मोदी महिलाओं के लिए लॉन्च करेंगे नई स्कीम, हर महीने ₹7000 रु.
महिलाओं के लिए नई सरकारी योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही महिलाओं के लिए एक नई योजना शुरू करने जा रहे हैं, जिसका उद्देश्य महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और स्वरोजगार को बढ़ावा देना है। इस योजना का नाम है “बीमा सखी योजना”, जिसके तहत महिलाओं को बीमा एजेंट के रूप में रोजगार प्रदान किया जाएगा।
बीमा सखी योजना की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 दिसंबर को हरियाणा के पानीपत से इस योजना की शुरुआत करेंगे। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को रोजगार प्रदान करना और आत्मनिर्भर बनाना है। योजना के अंतर्गत महिलाओं को बीमा एजेंट के रूप में काम करने का मौका मिलेगा और उन्हें हर महीने ₹7,000 तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
योजना का स्वरूप और लाभ
- बीमा सखी की भूमिका: महिलाएं बीमा एजेंट बनकर गांव-गांव में बीमा सेवाएं प्रदान करेंगी। इसके जरिए ग्रामीण इलाकों में लोगों को बीमा पॉलिसियों के महत्व के बारे में जागरूक किया जाएगा।
- आर्थिक सहयोग:
- पहले साल: ₹7,000 प्रति माह
- दूसरे साल: ₹6,000 प्रति माह
- तीसरे साल: ₹5,000 प्रति माह
- कमीशन का लाभ: बीमा पॉलिसी का लक्ष्य पूरा करने पर महिलाओं को अतिरिक्त कमीशन भी मिलेगा।
योजना का विस्तार और लाभार्थियों की संख्या
योजना के पहले चरण में 35,000 महिलाओं को बीमा एजेंट के रूप में जोड़ा जाएगा। इसके बाद, इस संख्या को बढ़ाकर 50,000 किया जाएगा। प्रारंभ में यह योजना हरियाणा राज्य में लागू होगी और धीरे-धीरे इसे पूरे देश में विस्तारित किया जाएगा।
पात्रता की शर्तें
- महिलाओं की उम्र: 18 से 50 वर्ष के बीच
- शैक्षणिक योग्यता: न्यूनतम 10वीं पास
- प्राथमिकता: ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को
यह योजना शहरी क्षेत्र की महिलाओं के लिए सीमित होगी।
अन्य सरकारी योजनाओं से तुलना
बीमा सखी योजना अन्य योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला योजना, आवास योजना, और लाडली बहना योजना की तरह महिलाओं को सशक्त बनाने का एक और महत्वपूर्ण कदम है।
आवेदन प्रक्रिया
योजना लॉन्च होने के बाद ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन किया जा सकेगा। आवेदन प्रक्रिया और अन्य जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी।
यह योजना ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार का एक बड़ा अवसर प्रदान करेगी, जिससे न केवल महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण होगा बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा सेवाओं की पहुंच भी बढ़ेगी।