जवानों का साथ दे रहे डॉग फैंटम को लगी आतंकवादियों की गोली, शहीद हुआ
नई दिल्ली।
जम्मू-कश्मीर में सैन्य अभियान के दौरान गोली लगने से सेना के 4 साल के कुत्ते ‘फैंटम ‘ की मौत हो गई। यह मेल बेल्जियन मैलिनोइस नश्ल का था, जो सोमवार को नियंत्रण रेखा के पास खौर इलाके में मारा गया। सैनिकों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ के दौरान बहादुर कुत्ते ने सर्वोच्च बलिदान दिया।
व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, ‘जैसे ही हमारे सैनिक घिरे हुए आतंकवादियों के करीब पहुंचे, तभी फैंटम दुश्मन की गोलीबारी का निशाना बन गया। इससे वह बहुत गंभीर रूप से घायल हो गया था।’
व्हाइट नाइट कोर की ओर से कहा गया, ‘हम अपने सच्चे हीरो और भारतीय सेना के वीर कुत्ते फैंटम के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं। उसकी हिम्मत, वफादारी और समर्पण को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।’ मालूम हो कि फैंटम का जन्म 25 मई, 2020 को हुआ था। 12 अगस्त, 2022 को उसे सेना में शामिल किया गया। इससे पहले, साल 2023 में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में ड्यूटी के दौरान एक और कुत्ते की मौत हुई थी।
6 साल की मादा लैब्राडोर केंट ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में अपनी जान गंवाई थी। केंट 21 आर्मी डॉग यूनिट का हिस्सा थी। वह भागते हुए आतंकवादियों की तलाश में जुटी सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व कर रही थी। इसी दौरान केंट गोलीबारी की चपेट में आ गई और घटनास्थल पर ही उसकी मौत गई। इस तरह उसने अपने हैंडलर की रक्षा करते हुए जीवन बलिदान कर दिया। केंट के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में सेना के जवान शामिल हुए और उसे भावभीनी विदाई दी गई थी।
केंट ने 16 अगस्त से 31 अगस्त, 2023 के बीच दो हफ्ते की ट्रेनिंग की। इसके बाद 1 सितंबर को उसे यूनिट में ड्यूटी पर रखा गया।
बता दें कि जम्मू क्षेत्र में अखनूर सेक्टर के गांव में छिपे एक आतंकवादी को सुरक्षा बलों ने मंगलवार सुबह मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। सुरक्षा बलों ने इलाके में छिपे आतंकवादियों के खिलाफ फिर से अभियान तेज करते हुए यह हमला किया था।
अब तक 2 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। तीसरे आतंकवादी को निष्क्रिय करने का प्रयास जारी है, जो अब भी जोगवान गांव में अस्सन मंदिर के पास वन क्षेत्र में छिपा हुआ है। नियंत्रण रेखा (LoC) के पास सोमवार सुबह सुरक्षा बलों के काफिले में शामिल सेना की एंबुलेंस पर गोलीबारी हुई थी। इसके बाद 3 आतंकवादियों में से एक को विशेष बलों और एनएसजी कमांडो के अभियान में शाम तक मार गिराया गया।