राजनीतिट्रेंडिंगताजा खबरेंसिरसाहरियाणा

Business idea Farmer business development खारा तुंबा मिठी कमाई राजस्थान के किसान कर रहे हैं तुम्बो से लाखों कि कमाई

Business idea Farmer business development

खारा तुंबा: मीठी कमाई का सुनहरा मौका

राजस्थान में खारा तुंबा का महत्व
राजस्थान के विभिन्न इलाकों में खारा तुंबा, जिसे आम भाषा में खरपतवार समझा जाता था, अब किसानों और व्यापारियों के लिए सोने की खान बन चुका है। खारा तुंबा की खासियत इसकी औषधीय उपयोगिता और इसकी गिरी (बीज) से होने वाली शानदार कमाई में छिपी है।

खारा तुंबा की बढ़ती मांग
पहले किसान इस फसल को ज्यादा महत्व नहीं देते थे, लेकिन समय के साथ इसकी मांग में भारी बढ़ोतरी हुई है। मेडिसिन लाइन में इसकी उपयोगिता ने इसे एक मूल्यवान उत्पाद बना दिया है। किसानों को अब समझ आने लगा है कि यह फसल उनके लिए कितना बड़ा मुनाफा कमा सकती है।

फसल की प्रक्रिया और तैयारी

  1. कटाई और सुखाने की प्रक्रिया
    खारा तुंबा की कटाई के बाद इसे धूप में सुखाया जाता है। सुखाने के बाद बीजों को अलग किया जाता है, जो आगे कई औद्योगिक और औषधीय प्रक्रियाओं में उपयोग किए जाते हैं।
  2. ग्रेडिंग और पैकेजिंग
    कटाई और सुखाने के बाद बीजों की छंटाई और ग्रेडिंग की जाती है। अच्छे बीजों को अलग कर पैक किया जाता है और तैयार माल को बाजार में बेचा जाता है।

व्यवसायिक संभावनाएं
आज खारा तुंबा की खेती करने वाले किसान लाखों की कमाई कर रहे हैं। इसकी गिरी और बीज की बाजार में भारी मांग है। खासकर बड़े स्तर पर खेती करने वाले किसान, ट्रैक्टर और विशेष उपकरणों का उपयोग कर इसका उत्पादन बढ़ा रहे हैं।

मजदूरों की भूमिका और रोजगार के अवसर
इस फसल की कटाई और प्रसंस्करण में मजदूरों की बड़ी भूमिका है। स्थानीय स्तर पर मजदूरों को रोजगार मिल रहा है, जिससे ग्रामीण इलाकों में आर्थिक सुधार हो रहा है।

सफलता की कहानी
एक किसान की कहानी बताती है कि कैसे उन्होंने इस फसल से अपने जीवन को बदला। दिनभर की मेहनत के बाद 50-60 क्विंटल माल तैयार किया जा सकता है, जिससे सालाना लाखों रुपये की कमाई हो रही है।

निष्कर्ष

खारा तुंबा आज केवल एक फसल नहीं, बल्कि किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर बन गया है। इसकी खेती से न केवल आर्थिक उन्नति हो रही है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए रास्ते भी खुल रहे हैं। अगर इसे सही तरीके से प्रबंधित किया जाए, तो यह खेती किसानों की आय में क्रांति ला सकती है।

Charan Singh

बनारस हिंदू विश्‍वविद्यालय (BHU) से पॉलिटिकल साइंस में मास्टर्स करने के बाद भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) से हिंदी जर्नलिज्म में पीजी डिप्लोमा कर चुके हैं। राजनीति, समाज और जन सामान्य से जुड़े विषयों में रुचि रखते हैं। राजनीतिक मुद्दों पर व्यंग और जनसामान्य से जुड़े मुद्दों पर फीचर स्टोरी लिखना विशेष तौर पर पसंद करते हैं। News मीडिया में बतौर Editor जुड़े हुए हैं। यहां राजनीति, शिक्षा और क्राइम स्टोरी कवर करते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button