सिरसा सहित मायावती कि पांच रैलियां, बसपा की तैयारियां जोरों पर
बसपा ने इस बार इनेलो के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी की है। बसपा प्रमुख मायावती की भी रैलियों की चर्चा तेज है और कहा जा रहा है कि वह हरियाणा के प्रमुख जिलों में रैलियां करेंगी। जानकारी के अनुसार मायावती यमुनानगर, अंबाला, पलवल, सिरसा और जींद में रैलियां कर सकती हैं ।
बसपा का फोकस उन क्षेत्रों पर है जहां पहले से उसकी मजबूत पकड़ रही है। खासकर जगाधरी, असंध, अटेली, हथीन, परिसिमन से पहले के यमुनानगर के छछरौली जैसे हलकों में बसपा की स्थिति मजबूत रही है। इसलिए पार्टी इन इलाकों में ज्यादा जोर देने की योजना बना रही है। इसके अलावा मेवात क्षेत्र में भी बसपा रैली करने की योजना बना रही है जहां पार्टी को अच्छे समर्थन की उम्मीद है।
पिछले चुनाव के आंकड़े बताते हैं बसपा की ताकत
2019 के विधानसभा चुनावों में असंध सीट पर बसपा केवल 1703 वोटों के अंतर से चुनाव हारी थी। जगाधरी सीट पर बसपा को 47,988 वोट मिले थे। इसी तरह हथीन सीट पर बसपा के प्रत्याशी तैयब हुसैन को 35,233 वोट हासिल किए थे। इस बार गठबंधन के तहत तैयब हुसैन इनेलो से चुनावी मैदान में उतरे हैं।
गठबंधन से बढ़ी उम्मीदें
बसपा और इनेलो के गठबंधन से दोनों पार्टियों को उम्मीद है कि वे एक मजबूत विकल्प के रूप में उभर सकते हैं और भाजपा-कांग्रेस के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ सकते हैं। मायावती की रैलियों के जरिए बसपा अपने समर्थकों को एकजुट करने और चुनावी माहौल को अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश करेगी।
बसपा प्रमुख मायावती की रैलियां और इनेलो के साथ गठबंधन से हरियाणा के चुनावी समीकरणों में बदलाव आ सकता है। बसपा की योजना है कि वह अपने मजबूत क्षेत्रों में पकड़ बनाए रखे और नए क्षेत्रों में भी अपने पैर जमाए। अब देखना होगा कि मायावती की रैलियों का चुनावी परिणामों पर क्या असर पड़ता है।