फसल में अच्छी पैदावार के लिए इस उवर्रक का करें प्रयोग, जानें कैसे करें
Sirsa Live: कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे डीएपी के स्थान पर **सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) उर्वरक का उपयोग करें। इससे न केवल लागत में कमी आएगी, बल्कि फसलों की गुणवत्ता और पैदावार भी बेहतर होगी।
एसएसपी के लाभ:
1. पोषक तत्वों की अधिकता:
– 3 बैग एसएसपी और 1 बैग यूरिया का उपयोग करने पर:
– 23 किलोग्राम नाइट्रोजन
– 24 किलोग्राम फास्फोरस
– 16.5 किलोग्राम सल्फर प्राप्त होता है।
– जबकि 1 बैग डीएपी से केवल 9 किलोग्राम नाइट्रोजन और 23 किलोग्राम फास्फोरस मिलता है।
2. उत्पादन में वृद्धि:
– एसएसपी से मिलने वाला 16.5 किलोग्राम सल्फर सरसों में तेल की मात्रा बढ़ाता है और उपज में भी सुधार करता है।
– सल्फर की मौजूदगी से फसलों में प्रोटीन और विटामिन का स्तर भी बढ़ता है, जो चने जैसी फसलों के लिए अत्यंत आवश्यक है।
3. लागत में कमी:
– डीएपी के बजाय एसएसपी का प्रयोग करने से सल्फर के लिए अलग से खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती।
– एसएसपी का उत्पादन राज्य में ही होता है, जिससे यह आसानी से उपलब्ध है और परिवहन लागत कम होती है।
किसान सलाह:
– किसान एसएसपी उर्वरक, बीज केवल अधिकृत विक्रेताओं से खरीदें और पक्का बिल अवश्य लें।
– आगामी रबी फसलों जैसे सरसों, गेहूं, चना आदि के लिए इस उर्वरक का प्रयोग करें।
यह बदलाव न केवल किसानों की लागत को कम करेगा, बल्कि फसलों की पैदावार और गुणवत्ता को भी बढ़ाएगा।