मधुरिमा तुली ने बताई गणेश उत्सव की खासियत, साथ ही 100 पेड़ लगाने की योजना बनाई
गणेश उत्सव की खासियत:
इस वर्ष गणेश चतुर्थी मधुरिमा तुली और उनके परिवार के लिए एक विशेष और यादगार अवसर रही। छह वर्षों के अंतराल के बाद, उन्होंने घर पर गणपति बप्पा की दिव्य उपस्थिति को स्वागत किया। यह अवसर उनके लिए भावनात्मक रूप से महत्वपूर्ण था, और उन्होंने इस खुशी को अपने प्रशंसकों के साथ साझा किया।
मधुरिमा तुली की सामाजिक पहल:
मधुरिमा तुली ने अपने सोशल मीडिया पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की। गणेश उत्सव के अवसर पर, उन्होंने झारखंड के सिंहभूम में ‘हाथी परियोजना’ के लिए 100 पेड़ लगाने की योजना बनाई। यह पहल उनकी पृथ्वी और अपने प्रशंसकों के प्रति आभार व्यक्त करने का तरीका है। इस पहल ने उन्हें अपार सम्मान और प्यार दिलाया है।
सामाजिक सृजनात्मकता:
मधुरिमा ने हमेशा अपने पेशेवर जीवन में गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित किया है, और अब उन्होंने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अपने व्यक्तिगत प्रयास भी दिखाए हैं। उनकी यह पहल एक सच्ची मिसाल है कि कैसे हर व्यक्ति, विशेषकर सार्वजनिक व्यक्तित्व, समाज और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील रह सकता है।
समाज के प्रति सोच:
मधुरिमा का यह योगदान न केवल उनके प्रशंसकों के दिलों को छू गया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि एक प्रभावशाली व्यक्ति कैसे समाज में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है। उनकी करुणा और सामाजिक सरोकार ने उन्हें और भी प्रिय बना दिया है। यह उम्मीद की जाती है कि उनकी इस पहल से अन्य हस्तियों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी पर्यावरण के संरक्षण के लिए अपना योगदान देंगे।
भविष्य की योजनाएं:
मधुरिमा तुली के पास कई दिलचस्प परियोजनाएं हैं, जिनकी घोषणाएं जल्द ही की जाएंगी। उनके प्रशंसक उनकी नई परियोजनाओं को लेकर उत्सुक हैं और आगे भी उनकी सामाजिक और पेशेवर उपलब्धियों को देखने का इंतजार कर रहे हैं।